नई दिल्ली (अखिलेश कुमार). दिल्ली विधानसभा 2020 चुनाव में 6 राष्ट्रीय पार्टी और एक राज्य पार्टी के अलावा 83 रजिस्टर लेकिन गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल उतरने को तैयार हैं। अजीबोगरीब नाम और चुनाव निशान वाली इन 83 राजनीतिक दलों में से 77 ने सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए चुनाव निशान मांगा था, जिसे वो निशान दे दिए गए हैं।
इन राजनीतिक दलों में एक का नाम है- सबसे बड़ी पार्टी जिसे ‘माचिस की डिब्बी’ का चुनाव निशान मिला है। आपकी अपनी पार्टी बैटरी टार्च लेकर उतर रही है। कानून राज पार्टी को ‘कोर्ट’ मिला है तो न्याय पार्टी के प्रत्याशी ‘तुर्रा बजाते हुए आदमी’ के चुनाव निशान पर उतरेंगे। टीपू सुल्तान पार्टी के प्रत्याशी ‘केतली’ के साथ मैदान में होंगे।
चुनाव आयोग की तरफ से 14 जनवरी तक इन 83 राजनीतिक दलों को जो चुनाव निशान दे दिए हैं, वो निशान किसी निर्दलीय प्रत्याशी को नहीं मिल पाएंगे। इन रिजर्व चुनाव निशान के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी को निशान ढूंढने होंगे। आम आदमी संघर्ष पार्टी को मिला ऑटो रिक्शा, भारतीय राष्ट्रीय दल को ट्यूबलाइट और नेशनल यूथ पार्टी लैटटॉप के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी।
सत्यनिष्ठ, वासुधैव कुटुम्बकम, गरीबजन, आपसी सहयोग के नाम से पार्टी
दिल्ली विस चुनाव की 70 विधानसभा में वासुधैव कुटुम्बकम पार्टी, सत्यनिष्ठ जनसेवक, आपसी सहयोग, गरीबजन, अमन समाज और सर्वजन समाज के नाम से भी राजनीतिक दल उतर रहे हैं। आपसी सहयोग पार्टी को कैमरा मिला है जबकि गरीबजन समाज पार्टी को फुटबाल, अमन समाज पार्टी के प्रत्याशी हेलमेट तो सर्व समाज पार्टी प्रत्याशी रूम कूलर के निशान पर उतरेंगे। वासुधैव कुटुम्बकम पार्टी को लेटर बॉक्स, सत्यनिष्ठ जनसेवक पार्टी को फलो की टोकरी मिली है। वहीं भारतीय जन सम्राट पार्टी को डोली चुनाव निशान मिला है।
किसी को मिर्च तो किसी को टॉफी
सर्वजन हिताय पार्टी को हरी मिर्च का चुनाव निशान मिला है। भारतीय मानवता पार्टी को टॉफी और राष्ट्रीय सम्राट पार्टी को अंगूर का गुच्छा मिला है। स्वराज इंडिया सीटी बजाएगा तो राष्ट्रीय आम जन सेवा पार्टी को टेलीफोन का निशान मिला है।